आईएनएस करंज
- 17 Feb 2021
मझगांव डॉक लिमिटेड (MDL) ने 15 फरवरी, 2021 को नौसेना को तीसरी स्कॉर्पीन श्रेणी की पनडुब्बी सौंप दी है। इसे 'आईएनएस करंज' (INS Karanj) के रूप में शामिल किया जाएगा।
महत्वपूर्ण तथ्य: आईएनएस करंज में सतह और पानी के अंदर से टॉरपीडो और ट्यूब लॉन्च्ड एंटी-शिप मिसाइल दागने की क्षमता है। इसमें बेहतर स्टील्थ और लड़ाकू क्षमता (stealth and combat capabilities) है।
- MDL द्वारा फ्रांस की कंपनी के सहयोग से भारतीय नौसेना के 'प्रोजेक्ट-75' (P-75) के तहत छ: पनडुब्बियों का निर्माण किया जा रहा है।
- 2017 में 'आईएनएस कलवरी' और 2019 में 'आईएनएस खंडेरी' को पहले ही नौसेना में शामिल किया जा चुका है।
- 'आईएनएस वेला' का मई 2019 में जलावतरण हुआ और यह समुद्री परीक्षणों से गुजर रहा है। ‘आईएनएस वागीर’ का नवंबर 2020 में जलावतरण हुआ और यह भी समुद्री परीक्षणों से गुजर रहा है। इस श्रेणी की छठी पनडुब्बी 'आईएनएस वागशीर' का निर्माण भी अंतिम चरण में है।
- स्कॉर्पीन पनडुब्बियां सतह-रोधी और पनडुब्बी-रोधी युद्धक मिशन के साथ-साथ खुफिया जानकारी एकत्र करने, खदान बिछाने तथा क्षेत्र की निगरानी जैसे मिशन को अंजाम दे सकती हैं।
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