अत्यधिक शराब के सेवन से डीएनए में स्थायी परिवर्तन
- 13 Feb 2021
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेंटल हेल्थ एंड न्यूरो साइंसेज (NIMHANS) के शोधकर्ताओं के एक अध्ययन के अनुसार अत्यधिक शराब के सेवन से डीएनए में स्थायी परिवर्तन हो सकते हैं।
महत्वपूर्ण तथ्य: डीएनए में ये परिवर्तन शराब का सेवन न करने के बाद भी स्थायी रह सकते हैं।
- यह अध्ययन मार्च 2015 से अप्रैल 2016 तक NIMHANS के 'सेंटर फॉर एडिक्शन मेडिसिन आउट पेशेंट क्लिनिक' (Centre for Addiction Medicine outpatient clinic) में मरीजों पर किया गया।
- यद्यपि सभी अपने माता-पिता से जीन प्राप्त करते हैं, माता-पिता की अभिव्यक्ति प्रत्येक व्यक्ति में एक विशिष्ट तरीके से विनियमित होती है और जीवन शैली से प्रभावित हो सकती है। शराब के सेवन से जीन अभिव्यक्ति का पैटर्न प्रभावित होता है।
- अल्कोहल (इथेनॉल) शरीर में तेजी से चयापचय होता है, और इसके दो कार्बन परमाणु (CH3 CH2 या एथिल) एकल परमाणुओं (CH3 या मिथाइल) में परिवर्तित हो जाते हैं, जो डीएनए सहित कई अन्य रसायनों के साथ प्रतिक्रिया कर सकते हैं।
- यह परिवर्तन (मेथिलिकरण) कई जीनों की अभिव्यक्ति को संशोधित कर सकता है, यहां तक कि इनके विषाक्त परिणाम भी हो सकते हैं।
- अध्ययन में पाया गया कि अत्यधिक शराब के सेवन से जुड़े डीएनए में रासायनिक परिवर्तन अपनी पूर्व अवस्था में नहीं लाया जा सकता।
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