दो नई चींटी प्रजातियों की खोज
- 28 Jan 2021
जनवरी 2021 में शोध पत्रिका ‘जूकीज’ (ZooKeys) में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार भारत में दुर्लभ चीटी वंश की दो नई प्रजातियों की खोज की गई है।
महत्वपूर्ण तथ्य: केरल और तमिलनाडु में पाई गई चींटी वंश ‘उकेरिया’ (Ooceraea) की प्रजातियां इस दुलर्भ वंश की विविधता को बढ़ाती हैं। वे एंटेना सखंडों (antennal segments) की संख्या के आधार पर समान वंश की चींटियों से भिन्न हैं।
- इनमें से एक केरल के ‘पेरियार बाघ अभयारण्य’ में पाई गई है, जिसका नाम भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) के एक स्वायतशासी संस्थान जवाहर लाल नेहरू एडवांस्ड साइंटिफिक रिसर्च सेंटर (जेएनसीएएसआर) के एक प्रख्यात विकासमूलक जीवविज्ञानी प्रोफेसर अमिताभ जोशी के सम्मान में ‘उकेरिया जोशी’ (Ooceraea joshii) रखा गया है।
- अन्य चींटी का नाम 'उकेरिया डेकामरा' (Ooceraea decamera) (डेकामरा दस खंडों वाली एंटेना को संदर्भित करता है) है, जिसे मदुरै के अलगार्कोइल (Alagarkoil) से खोजा गया है।
- ‘उकेरिया’ वंश का वर्तमान में प्रतिनिधित्व 14 प्रजातियों द्वारा किया जाता है, जिनमें से आठ के पास नौ सखंडित एंटिना होते हैं जबकि पांच के पास 11 सखंडित एंटिना और हाल ही में एक प्रजाति आठ सखंडित एंटिना के साथ रिपोर्ट की गई है।
- भारत में अभी तक ‘उकेरिया’ वंश का प्रतिनिधित्व क्रमश: नौ और ग्यारह सखंडित एंटिना के साथ दो प्रजातियों द्वारा किया गया है। दस सखंडित एंटिना के साथ हाल ही में खोज की गई चींटी प्रजातियां एक पुरानी वंशावली को स्थापित करती हैं।
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