भारत का पहला पॉलीनेटर पार्क
- 23 Jan 2021
उत्तराखंड वन विभाग ने 29 दिसंबर, 2020 को ‘भारत के पहले पॉलीनेटर (पराग कण) पार्क’ (India’s first pollinator park) को जनता को समर्पित किया।
उद्देश्य: विभिन्न परागण प्रजातियों का संरक्षण करना, उनके महत्व के बारे में आम जनता के बीच जागरूकता पैदा करना और परागण के विभिन्न पहलुओं पर शोध, पर्यावास खतरों और प्रदूषण के प्रभाव, कीटनाशकों के उपयोग और विभिन्न परागणकों और पादप प्रजातियों के बीच संबंध सहित अन्य अनुसंधानों को बढ़ावा देना।
- यह नैनीताल जिले के हल्द्वानी में 4 एकड़ में फैला हुआ है। पार्क में तितलियों, मधुमक्खियों, पक्षियों, कीटों, पतंगों, भृंगों, ततैया और छोटे स्तनधारियों की 40 से अधिक परागकण प्रजातियाँ हैं।
- पार्क में रस और परागकण पैदा करने वाले फूलों जैसे गेंदा, गुलाब, गुडहल, चमेली आदि की पौध लगाकर विभिन्न पॉलीनेटरों के लिए उपयुक्त प्राकृतिक आवास बनाए गए हैं।
- तितली अनुसंधान केंद्र भीमताल के जाने-माने तितली विशेषज्ञ पीटर स्मेटासेक ने पोलिनेटर पार्क का उद्घाटन किया।
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