गुजरात सरकार का 'ड्रैगन फ्रूट' का नाम बदलकर 'कमलम' रखने का फैसला
- 22 Jan 2021
जनवरी 2021 में गुजरात सरकार ने 'ड्रैगन फ्रूट' (dragon fruit) का नाम बदलकर 'कमलम' रखने का फैसला किया है।
- 'कमलम' शब्द एक संस्कृत शब्द है। मुख्यमंत्री विजय रूपानी के अनुसार, फल का बाहरी आकार कमल के फूल से मिलता जुलता है। 'कमलम' के पेटेंट के लिए भी आवेदन किया गया है।
- ड्रैगन फ्रूट दक्षिण और मध्य अमेरिका में पाए जाने वाले देसी जंगली कैक्टस (wild cactus) की एक प्रजाति का फल है, जहाँ इसे पिटाया (Pitaya) या पिटाहाया (Pitahaya) कहा जाता है।
- फल बाहर से आमतौर पर सफेद या लाल रंग का होता है, हालाँकि इसमें पीला पिटाया (Pitaya) भी होता है, लेकिन यह कम मिलता है। यह किवी फ्रूट की तरह छोटे बीज वाला होता है।
- ड्रैगन फ्रूट का दुनिया का सबसे बड़ा उत्पादक और निर्यातक वियतनाम है, जहां 19वीं शताब्दी में फ्रांसीसी द्वारा इसके संयंत्र को लाया गया था। वियतनामी इसे लंबे समय से ‘थान्ह लोंग’ (Thanh long) कहते रहे हैं, जिसका अर्थ 'ड्रैगन आई' (dragon’s eyes) होता है।
- ड्रैगन फ्रूट की खेती लैटिन अमेरिका के अलावा थाईलैंड, ताइवान, चीन, ऑस्ट्रेलिया, इजरायल और श्रीलंका में भी की जाती है।
- यह 1990 के दशक में भारत में लाया गया था, और कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, गुजरात, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में उगाया जाता है।
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