भारत नवाचार सूचकांक 2020
- 22 Jan 2021
नीति आयोग ने 20 जनवरी, 2021 को भारत नवाचार सूचकांक 2020 जारी किया।
महत्वपूर्ण तथ्य: रिपोर्ट में राज्यों और केंद्र-शासित प्रदेशों की नवाचार क्षमताओं और प्रदर्शन को मापा गया है। यह सूचकांक का दूसरा संस्करण है। सूचकांक का पहला संस्करण अक्टूबर 2019 में जारी किया गया था।
- यह सूचकांक, नीति आयोग द्वारा प्रतिस्पर्धात्मकता संस्थान (Institute for Competitiveness) के साथ मिलकर तैयार किया जाता है।
प्रमुख राज्यों की श्रेणी: कर्नाटक ने शीर्ष स्थान बरकरार रखा, जबकि तमिलनाडु को पीछे छोड़ते हुए महाराष्ट्र दूसरे स्थान पर पहुंच गया।
- तमिलनाडु तीसरे, तेलंगाना चौथे, केरल पांचवे, हरियाणा छठे, आंध्र प्रदेश सातवें, गुजरात आठवें, उत्तर प्रदेश नौवें और पंजाब दसवें स्थान पर रहा। बिहार को सबसे निचला स्थान (17वां) हासिल हुआ है।
केंद्र-शासित प्रदेश और छोटे राज्य श्रेणी: 46.60 स्कोर के साथ सभी समूहों में सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाला दिल्ली पहले स्थान पर, जबकि चंडीगढ़ दूसरे स्थान पर रहा। लक्षद्वीप अंतिम नौवें स्थान पर रहा।
पूर्वोत्तर/ पहाड़ी राज्यों की श्रेणी: हिमाचल प्रदेश शीर्ष स्थान पर है, इसके बाद उत्तराखंड, मणिपुर और सिक्किम का स्थान है। मेघालय सबसे निचले 10वें स्थान पर रहा।
सूचकांक मापदंड: नवाचार सूचकांक की गणना पांच 'सक्षमकर्ता' (enabler) मापदंडों और दो 'प्रदर्शन' (performance) मापदंडों के माध्यम से की गई।
- पांच 'सक्षमकर्ता' मापदंड मानव पूंजी, निवेश, ज्ञान कार्यकर्त्ता (Knowledge Workers), व्यावसायिक वातावरण, और सुरक्षा तथा कानूनी वातावरण हैं, जबकि दो 'प्रदर्शन' मापदंड ज्ञान उत्पादन (Knowledge Output) और ज्ञान प्रसार (Knowledge Diffusion) हैं।
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