राष्ट्रीय उद्यानों और वन्यजीव अभयारण्यों की प्रबंधन प्रभावशीलता का मूल्यांकन

  • 13 Jan 2021

पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री प्रकाश जावडेकर ने 11 जनवरी, 2021 को देश में 146 राष्ट्रीय उद्यानों और वन्यजीव अभयारण्यों की प्रबंधन प्रभावशीलता का मूल्यांकन (Management Effectiveness Evaluation- MEE) जारी किया।

महत्वपूर्ण तथ्य: वर्तमान में, भारत में 903 संरक्षित क्षेत्रों के नेटवर्क में देश के कुल भौगोलिक क्षेत्र का 5% हिस्सा आता है। संरक्षित क्षेत्रों के प्रभाव का आकलन करने के क्रम में प्रबंधन प्रभावशीलता के मूल्यांकन की जरूरत होती है।

  • संरक्षित क्षेत्रों (Protected Area) का प्रबंधन प्रभावशीलता मूल्यांकन संरक्षित क्षेत्रों के प्रबंधकों के लिए एक मुख्य साधन के रूप में उभरा है और सरकारों व अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं द्वारा संरक्षित क्षेत्र प्रबंधन प्रणालियों की क्षमताओं व कमजोरियों को समझने में ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल किया जा रहा है।
  • वर्तमान मूल्यांकन के परिणाम औसतन 62.01% MEE अंक के साथ उत्साहजनक रहे हैं, जो 56% के वैश्विक औसत से ज्यादा है।
  • मूल्यांकन के इस चरण के साथ, पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने 2006 से 2019 तक सभी स्थलीय राष्ट्रीय उद्यानों और वन्यजीव अभायरण्यों के मूल्यांकन के एक चक्र को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है।
  • समुद्री संरक्षित क्षेत्रों के प्रबंधन प्रभावशीलता का मूल्यांकन के लिए एक नया प्रारूप भी भारतीय वन्यजीव संस्थान तथा पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा संयुक्त रूप से तैयार किया गया है और यह लागू करने के लिए बहुत उपयोगी दस्तावेज होगा।

अन्य तथ्य: इस वर्ष से प्रत्येक वर्ष देश में 10 सर्वश्रेष्ठ राष्ट्रीय उद्यानों, 5 तटीय एवं समुद्री उद्यानों और शीर्ष 5 चिड़ियाघरों की सूची जारी की जाएगी और उन्हें पुरस्कृत किया जाएगा।