ला नीना मौसमीय घटना
- 05 Nov 2020
विश्व मौसम संगठन (डब्ल्यूएमओ) द्वारा 29 अक्टूबर, 2020 को जारी नवीनतम वैश्विक मौसम अपडेट के अनुसार मध्य और पूर्वी भूमध्यरेखीय प्रशांत महासागर में करीब एक दशक की अनुपस्थिति के बाद, ला नीना (La Niña) मौसमीय घटना की वापसी हुई है।
महत्वपूर्ण तथ्य: ला नीना के परिणामस्वरूप सागर की सतह के तापमान में औसत से दो- तीन डिग्री सेल्सियस की कमी आ सकती है।
- ला नीना की स्थिति वर्ष 2021 तक बनी रह सकती है, जिससे दुनिया के कई हिस्सों में तापमान, वर्षा और तूफान के प्रतिरूप प्रभावित हो सकते हैं।
- ला नीना से दक्षिण-पश्चिम हिंद महासागरीय उष्णकटिबंधीय चक्रवातों की तीव्रता कम हो सकती है।
- 2020 का ला नीना मध्यम से मजबूत (moderate to strong) होने की संभावना है। पिछली बार 2010-2011 में एक 'मजबूत ला नीना मौसमीय घटना' (strong La Niña event) हुई थी, उसके बाद 2011-2012 में एक ‘मध्यम’ ला नीना मौसमीय घटना हुई थी।
ला नीना: ला नीना मौसमीय घटना में मध्य और पूर्वी भूमध्यरेखीय प्रशांत महासागर में समुद्र की सतह के तापमान में बड़े पैमाने पर कमी होने के साथ ही साथ उष्णकटिबंधीय वायुमंडलीय परिसंचरण, जैसे हवाओं, दबाव और वर्षा में परिवर्तन होता है।
- यह मौसम और जलवायु पर अल नीनो (El Niño) के विपरीत प्रभाव डालता है। अल नीनो दक्षिणी दोलन (ENSO) के दौरान पूर्वी भूमध्यरेखीय प्रशांत महासागर में सतही तापमान में असामान्य वृद्धि होती है।
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