प्रोफेसर ए.एन. भादुड़ी मेमोरियल लेक्चर अवार्ड 2020
- 05 Nov 2020
( 04 November, 2020, , www.pib.gov.in )
सोसाइटी ऑफ बायोलॉजिकल केमिस्ट्स (इंडिया) ने 'लीशमैनिया डोनोवानी' (Leishmania donovani) के अस्तित्व की रणनीति को परिभाषित करने की दिशा में किए गए महत्वपूर्ण शोध कार्य/ योगदान को मान्यता देते हुए सीएसआईआर-सीडीआरआई, लखनऊ के आणविक परजीवी विज्ञान और प्रतिरक्षा विज्ञान विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. सुशांत कार को इस वर्ष के प्रो.ए.एन. भादुड़ी मेमोरियल लेक्चर अवार्ड के लिए चुना है।
- लीशमैनिया डोनोवानी एक ‘प्रोटोजोअन परजीवी’ है, जो मैक्रोफेज कोशिकाओं को संक्रमित करता है और दुनिया भर में लाखों लोगों को प्रभावित करने वाले एक घातक संक्रामक रोग ‘लीश्मेनीयासिस’ या कालाजार (visceral leishmaniasis) का मुख्य कारक है।
- डॉ सुशांत कार की अनुसन्धान टीम ने मैक्रोफेज, डेंड्राइटिक कोशिकाओं और टी कोशिकाओं (macrophages, dendritic cells and T cells) जैसी विभिन्न प्रतिरक्षा कोशिकाओं के साथ लीशमैनिया परजीवी के पारस्परिक सम्बन्धों का अध्ययन किया।
- प्रोफेसर ए.एन. भादुड़ी मेमोरियल लेक्चर अवार्ड प्रत्येक दो वर्षों में प्रदान किया जाता है। पुरस्कार प्राप्तकर्ता की आयु 50 वर्ष से कम होनी चाहिए।
- पुरस्कार जैविक रसायन विज्ञान और संबद्ध विज्ञान के लिए दिया जाता है, अधिकांशतः परजीवी संक्रमण से संबंधित उत्कृष्ट शोध कार्य को वरीयता दी जाती है।
- द सोसायटी ऑफ बायोलॉजिकल केमिस्ट्स (इंडिया) की स्थापना वर्ष 1930 में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस, बेंगलुरु में हुई थी। यह प्रतिष्ठित वैज्ञानिक समिति मैसूर की तत्कालीन रियासत में सोसायटी अधिनियम के तहत पंजीकृत की गई थी।
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