निवेश पर भारत-यूएई उच्च स्तरीय संयुक्त कार्यबल
- 04 Nov 2020
3 नवंबर, 2020 को ‘निवेश पर भारत-यूएई उच्च स्तरीय संयुक्त कार्यबल’ की 8वीं बैठक भारत द्वारा वर्चुअल रूप से आयोजित की गई।
महत्वपूर्ण तथ्य: दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंधों को मजबूत करने के लिए संयुक्त कार्यबल का गठन 2012 में किया गया। कार्यबल की सफलता के परिणामस्वरूप जनवरी 2017 में भारत और संयुक्त अरब अमीरात ने ‘समग्र रणीनितक साझेदारी समझौता’ (Comprehensive Strategic Partnership Agreement) किया।
- भारत और यूएई ने व्यापार और आर्थिक समझौतों को विस्तार देने के लिए एंटी डंपिंग शुल्क, टैरिफ और नियामक प्रतिबंध जैसी अड़चनों को प्राथमिकता के साथ दूर करने के लिए सहमति जताई।
- दोनों देशों ने 2018 में बनाई गई यूएई स्पेशल डेस्क ‘यूएई प्लस’ (UAE Plus) और ‘त्वरित निगरानी तंत्र’ (Fast Track Mechanism) की भी समीक्षा की। इन दोनों कदमों का उद्देश्य भारत में यूएई का निवेश बढ़ाने और यूएई के निवेशकों की समस्याओं को दूर करना है।
- ‘भारत में निवेश के लिए यूएई द्वारा गठित फंड’ की सेबी के ‘विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक विनियम 2019’ के आधार पर समीक्षा की गई। भारत सरकार इस बात पर सहमत हुई, कि यूएई आधारित फंड के जरिए भारत में निवेश प्रत्यक्ष तौर पर हो सके, इसके लिए जरुरी कदम उठाया जायेगा।
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