कालेश्वरम सिंचाई लिफ्ट परियोजना
- 22 Oct 2020
अक्टूबर 2020 में राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) ने कहा है कि तेलंगाना में ‘कालेश्वरम लिफ्ट सिंचाई परियोजना’ को कानून का उल्लंघन कर पर्यावरणीय मंजूरी दी गई।
महत्वपूर्ण तथ्य: एनजीटी ने इससे हुए नुकसान का आकलन करने और इसकी भरपाई के लिए उठाए जाने वाले जरूरी कदमों को सुझाने के लिये एक समिति का गठन किया है।
- एनजीटी के अनुसार तेलंगाना सरकार ने बाद में अपनी क्षमता बढ़ाने के लिए परियोजना के डिजाइन को बदल दिया है।
- कालेश्वरम लिफ्ट सिंचाई प्रणाली को दुनिया की सबसे बड़ी बहुउद्देश्यीय परियोजनाओं में से एक माना जाता है।
- इसे हैदराबाद और सिकंदराबाद के अलावा तेलंगाना के 31 में से 20 जिलों में लगभग 45 लाख एकड़ में सिंचाई और पीने का पानी उपलब्ध कराने के लिए बनाया जा रहा है।
- तेलंगाना जयशंकर भूपालपल्ली जिले के मेदिगड्डा में एक बैराज का निर्माण करके गोदावरी के साथ दो नदियों के संगम पर पानी का दोहन करेगा।
- परियोजना की लागत 80,000 करोड़ रुपये है, लेकिन पूरी तरह से निर्माण होने तक इसके बढ़कर 1 लाख करोड़ रुपये होने की संभावना है।
- गोदावरी नदी समुद्र तल से सौ मीटर ऊपर बहती है, जबकि तेलंगाना औसत समुद्र तल से 300 से 650 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। इस कारण तेलंगाना में गोदावरी सहित कई नदियों के होने के बावजूद इसके जल का लाभ नहीं मिला पाता था।
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