नाबार्ड का ‘स्वच्छता साक्षरता अभियान’
- 05 Oct 2020
राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) ने जल, स्वच्छता और स्वास्थ्य के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देने के लिये 2 अक्टूबर, 2020 को ‘स्वच्छता साक्षरता अभियान’ की शुरुआत की। यह अभियान 26 जनवरी, 2021 को समाप्त होगा।
उद्देश्य: अच्छी आरोग्य और स्वच्छता प्रथाओं को अपनाने के लिए ग्रामीण आबादी के व्यवहार परिवर्तन को कायम रखने के लिए जागरूकता पैदा करना।
महत्वपूर्ण तथ्य: यह अभियान कमजोर ग्रामीण समुदायों को बेहतर स्वच्छता सुविधाओं तक पहुंच बनाने में सक्षम करने के लिए केंद्र सरकार के स्वच्छ भारत मिशन-ग्रामीण और 'वाश' (WASH) कार्यक्रम का समर्थन करेगा।
- नाबार्ड लगभग 2,000 गांवों को कवर करेगा और लोगों की स्वच्छता जरूरतों को पूरा करेगा। यह मुख्य रूप से घरेलू शौचालयों के निर्माण के लिए क्रेडिट सुविधा प्रदान करने की रणनीति विकसित करेगा।
- नाबार्ड ने भारत सरकार के जल, स्वच्छता और आरोग्य (WASH) कार्यक्रम का समर्थन करने के लिए वित्त वर्ष 2020- 21 के लिए 800 करोड़ की विशेष पुनर्वित्त सुविधा की घोषणा की है।
- नाबार्ड 36 महीने तक की पुनर्भुगतान अवधि के साथ वाणिज्यिक बैंकों, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों और सहकारी बैंकों सहित सभी पात्र वित्तीय संस्थानों को रियायती पुनर्वित्त सुविधा प्रदान करेगा।
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