फरवरी में थोक मूल्य मुद्रास्फीति 2.38% तक बढ़ी
- 18 Mar 2025
15 मार्च 2025 को, वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, भारत की थोक मूल्य सूचकांक (WPI)-आधारित मुद्रास्फीति फरवरी 2025 में 2.38% तक बढ़ गई, जो जनवरी में 2.31% थी। यह वृद्धि मुख्य रूप से निर्मित खाद्य उत्पादों जैसे कि वनस्पति तेल और पेय पदार्थों की कीमतों में वृद्धि के कारण हुई है।
मुख्य तथ्य
- मुद्रास्फीति दर: जनवरी 2025 में WPI खाद्य मुद्रास्फीति 7.47% थी, जो फरवरी में घटकर 5.94% हो गई। आलू की कीमतों में भी गिरावट दर्ज की गई, जो जनवरी में 74.28% थी और फरवरी में 27.54% पर आ गई।
- ईंधन और ऊर्जा क्षेत्र: फरवरी में इस क्षेत्र में 0.71% की कमी (डिफ्लेशन) दर्ज की गई, जबकि जनवरी में यह कमी 2.78% थी।
- निर्मित खाद्य उत्पादों में वृद्धि: फरवरी में निर्मित खाद्य उत्पादों की मुद्रास्फीति दर 11.06% तक पहुंच गई। वनस्पति तेल की कीमतें 33.59% तक बढ़ीं और पेय पदार्थों की कीमतों में 1.66% की मामूली वृद्धि हुई।
- अन्य आंकड़े: फरवरी 2024 में WPI मुद्रास्फीति सिर्फ 0.2% थी। इसके अलावा, उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) आधारित खुदरा मुद्रास्फीति फरवरी 2025 में सात महीने के निचले स्तर पर आकर 3.61% हो गई।
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