चंद्रयान-3 के डेटा से चाँद पर पानी की बर्फ की संभावना बढ़ी

  • 11 Mar 2025

10 मार्च 2025 को, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के चंद्रयान-3 मिशन ने चाँद पर पानी की बर्फ की उपस्थिति के बारे में नई जानकारियाँ प्रदान की हैं। नए विश्लेषण से पता चला है कि चाँद के ध्रुवीय क्षेत्रों के बाहर भी पानी की बर्फ हो सकती है।

  • पानी की बर्फ का अनुमान: चंद्रयान-3 के चंद्र सतह थर्मोफिजिकल प्रयोग (ChaSTE) से प्राप्त डेटा के आधार पर, वैज्ञानिकों ने पाया कि चाँद की उच्च अक्षांशों में तापमान में बड़ी भिन्नताएँ होती हैं, जिससे पानी की बर्फ की संभावित उपस्थिति का संकेत मिलता है।
  • क्रेटर और तापमान: ChaSTE ने चाँद की सतह और सतह के नीचे तापमान मापने में मदद की, जिसमें 60 डिग्री सेल्सियस का तापमान अंतर पाया गया। यह अत्यधिक तापीय असंवेदनशीलता चाँद के सतह के संघटन और विकास को समझने में मदद करती है।
  • उल्कापिंड प्रभाव: वैज्ञानिकों ने यह भी बताया कि ऊँचाई पर स्थित ढलान वाले क्षेत्र जो सीधे सूर्य का सामना नहीं कर रहे हैं, वे ध्रुवीय क्षेत्रों के समान वातावरण प्रदान कर सकते हैं और सतह के नीचे पानी की बर्फ को समाहित कर सकते हैं।
  • पानी की बर्फ का महत्व: चाँद पर पानी की बर्फ की उपस्थिति भविष्य के मानव मिशनों के लिए महत्वपूर्ण संसाधन हो सकती है, जैसे कि NASA का आर्टेमिस कार्यक्रम, जो चाँद पर स्थायी मानव उपस्थिति स्थापित करने का प्रयास कर रहा है।
  • प्रकाशन: यह अध्ययन "कम्युनिकेशंस अर्थ एंड एनवायरनमेंट" पत्रिका में प्रकाशित हुआ है, जो चाँद पर पानी की बर्फ के संभावित स्थानों को पहचानने में मदद करेगा और भविष्य के मिशनों की योजना बनाने में सहायक होगा।