महिलाओं में वित्तीय जागरूकता में 42% की वृद्धि
- 05 Mar 2025
4 मार्च 2025 को,नीति आयोग ने “ऋणी से निर्माता तक: भारत की वित्तीय वृद्धि में महिलाओं की भूमिका” ("From Borrowers to Builders: Women’s Role in India’s Financial Growth Story") शीर्षक वाली रिपोर्ट जारी की, जिसमें भारतीय महिलाओं के वित्तीय मामलों में बढ़ते रुचि का उल्लेख किया गया है।
- महिलाओं की वित्तीय जागरूकता: रिपोर्ट के अनुसार, दिसंबर 2024 तक 27 मिलियन (2.7 करोड़) महिलाएं अपने क्रेडिट स्कोर की निगरानी कर रही थीं, जो पिछले वर्ष की तुलना में 42% की वृद्धि दर्शाती है।
- स्व-निगरानी में वृद्धि: महिलाओं का स्व-निगरानी आधार दिसंबर 2024 में 19.43% तक पहुंच गया, जो 2023 में 17.89% था।
- क्षेत्रीय विभाजन: गैर-मेट्रो क्षेत्रों में महिलाओं ने 48% की वृद्धि दर्ज की जबकि मेट्रो क्षेत्रों में यह वृद्धि 30% रही। महाराष्ट्र, तमिलनाडु, कर्नाटका, उत्तर प्रदेश और तेलंगाना ने मिलकर सभी स्व-निगरानी करने वाली महिलाओं का 49% हिस्सा बनाया।
- उधारी के आंकड़े: महिलाओं का व्यवसायी ऋण में हिस्सा 2019 से 14% और सोने के ऋण में 6% बढ़ा है। दिसंबर 2024 तक, महिलाओं ने सभी ऋणों का 36% सोने के ऋण के रूप में लिया।
- महिलाओं की भूमिका: रिपोर्ट में कहा गया है कि महिलाएं अब अधिक सक्रियता से ऋण ले रही हैं और वे व्यक्तिगत और व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए क्रेडिट का उपयोग कर रही हैं।
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