उत्पादन से जुड़े प्रोत्साहन (PLI) योजना -2.0
- 03 Mar 2025
2 मार्च 2025 को, भारत सरकार ने उत्पादन से जुड़े प्रोत्साहन (PLI) योजना की समीक्षा की और इसके अगले चरण, PLI 2.0 के लिए नए मेट्रिक्स पर विचार किया। इस योजना का उद्देश्य घरेलू मूल्य संवर्धन और निर्यात को प्रोत्साहित करना है।
- वर्तमान स्थिति: PLI योजना को अप्रैल 2020 में शुरू किया गया था और यह 14 क्षेत्रों में लागू है। इसने भारत को विनिर्माण में पैमाने पर पहुंचाने में मदद की है, जिसमें मूल उपकरण निर्माताओं (OEMs) और अनुबंध निर्माताओं को आकर्षित किया गया है।
- निवेश और रोजगार: PLI योजना के तहत अब तक 1.46 लाख करोड़ रुपये का निवेश हुआ है और 9.5 लाख सीधे और अप्रत्यक्ष रोजगार पैदा हुए हैं। निर्यात में भी 4 लाख करोड़ रुपये की वृद्धि हुई है ।
- चुनौतियाँ और भविष्य: हालांकि कुछ क्षेत्रों में मूल्य संवर्धन अभी भी एकल अंकों में है। इसलिए, निर्यात और मूल्य संवर्धन को प्रोत्साहित करने के लिए नए मेट्रिक्स पर विचार किया जा रहा है ।
- इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र में PLI: सरकार ने बजट 2025 में इलेक्ट्रॉनिक्स के लिए 25,000 करोड़ रुपये की PLI योजना की घोषणा की है, जिसका उद्देश्य घरेलू निर्माण को बढ़ावा देना और आयात पर निर्भरता कम करना है ।
- निर्यात: सरकार निर्यात को एक अतिरिक्त मेट्रिक के रूप में प्रस्तुत कर रही है, जिससे भारत की विनिर्माण क्षमता बढ़ सके और वैश्विक बाजारों में प्रतिस्पर्धा में सुधार हो सके ।
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