काशी तमिल संगमम 3.0 वाराणसी में आरम्भ
- 15 Feb 2025
तमिलनाडु और काशी (वाराणसी) के बीच सांस्कृतिक और बौद्धिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देने के उद्देश्य से काशी तमिल संगमम का तीसरा संस्करण 15 फरवरी, 2025 को शुरू हो गया है।
मुख्य बिंदु:
- सांस्कृतिक आदान-प्रदान पर ध्यान: काशी तमिल संगमम तमिलनाडु और काशी के विद्वानों, छात्रों, कलाकारों और सभी क्षेत्रों के लोगों को बातचीत करने, ज्ञान साझा करने और एक-दूसरे के अनुभवों से सीखने के लिए एक मंच प्रदान करेगा।
- इस संस्करण का महत्व: प्रतिभागियों को प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ मेले का अवलोकन करने का अवसर मिलेगा।
- छात्रों की भागीदारी : विभिन्न केंद्रीय विश्वविद्यालयों में पढ़ रहे 200 तमिल छात्र इस आयोजन में भाग लेंगे।
- ऋषि अगस्त्य के योगदान पर केंद्रित आयोजन : इस वर्ष के आयोजन का मुख्य विषय ऋषि अगस्त्य के योगदान पर केंद्रित होगा, जो सिद्धा चिकित्सा प्रणाली, शास्त्रीय तमिल साहित्य और भारत की सांस्कृतिक एकता पर केंद्रित है।
- एनईपी 2020 के साथ संरेखण: यह पहल राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप है, जो भारतीय ज्ञान प्रणालियों को ज्ञान की आधुनिक प्रणालियों के साथ एकीकृत करने पर जोर देती है।
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