फ्यूलिंग ग्रोथ एंड इनोवेशन रिपोर्ट, 2025
- 28 Jan 2025
27 जनवरी, 2025 को, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय ने भारत के पेट्रोलियम उद्योग का एक व्यापक अवलोकन जारी किया, जिसमें देश की अर्थव्यवस्था और ऊर्जा सुरक्षा में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित किया गया।
- रिपोर्ट में उद्योग के विकास, वर्तमान स्थिति और भविष्य के लक्ष्यों को रेखांकित किया गया है, जिसमें विभिन्न आर्थिक गतिविधियों में इसका महत्व बताया गया है।
मुख्य तथ्य और आंकड़े:
- रिफाइनिंग क्षमता में वृद्धि: भारत की रिफाइनिंग क्षमता अप्रैल 2014 में 215.066 मिलियन मीट्रिक टन प्रति वर्ष (MMTPA) से बढ़कर अप्रैल 2024 में 256.816 MMTPA हो गई है।
- एक्सप्लोरेशन क्षेत्रफल लक्ष्य: भारत का लक्ष्य 2030 तक अपने अन्वेषण क्षेत्रफल को 1 मिलियन वर्ग किलोमीटर तक बढ़ाना है, जिसमें 2025 में 16% की अनुमानित वृद्धि की उम्मीद है।
- एलपीजी सिलेंडर की कीमत: 14.2 किलो के एक घरेलू एलपीजी सिलेंडर की कीमत विश्व स्तर पर सबसे कम है, जिसकी कीमत 803 रुपये है; पीएमयूवाई परिवारों के लिए, सब्सिडी के बाद प्रभावी कीमत 503 रुपये है।
- सरलीकृत अनुमोदन प्रक्रिया: अन्वेषण और उत्पादन गतिविधियों के लिए अनुमोदन प्रक्रिया को 37 से घटाकर केवल 18 प्रक्रियाओं तक कर दिया गया है, जिनमें से नौ अब स्व-प्रमाणन के लिए उपलब्ध हैं।
- वैश्विक रैंकिंग: भारत परिष्कृत पेट्रोलियम उत्पादों का सातवां सबसे बड़ा निर्यातक है और विश्व स्तर पर शीर्ष पांच रिफाइनिंग राष्ट्रों में शामिल है।
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