'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' अभियान के एक दशक की प्रगति
- 23 Jan 2025
22 जनवरी, 2025 को, प्रधानमंत्री ने एक दशक पहले बाल लिंगानुपात में गिरावट और बालिकाओं के सशक्तिकरण के लिए शुरू किए गए 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' अभियान की महत्वपूर्ण उपलब्धियों को उजागर किया।
मुख्य तथ्य:
- बाल लिंगानुपात में सुधार: ऐतिहासिक रूप से कम बाल लिंगानुपात वाले जिलों में बीबीबीपी(बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ) अभियान के शुरू होने के बाद उल्लेखनीय सुधार हुआ है। जन्म के समय राष्ट्रीय लिंगानुपात 2014-15 में 918 से बढ़कर 2023-24 में 930 हो गया है।
- बालिका शिक्षा में वृद्धि: अभियान ने स्कूलों में बालिकाओं के नामांकन दर में वृद्धि में योगदान दिया है। माध्यमिक स्तर पर बालिकाओं का सकल नामांकन अनुपात 75.51% से बढ़कर 78% हो गया है।
- स्वास्थ्य सेवाओं तक बेहतर पहुंच: संस्थागत प्रसव, प्रसव पूर्व देखभाल और बालिकाओं के लिए समग्र स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच में उल्लेखनीय सुधार देखा गया है। संस्थागत प्रसव 61% से बढ़कर 97.3% हो गया है, और प्रथम त्रैमासिक प्रसव पूर्व देखभाल पंजीकरण 61% से बढ़कर 80.5% हो गया है।
- बहु-क्षेत्रीय दृष्टिकोण: बीबीबीपी अभियान में एक बहु-मंत्रालयी प्रयास शामिल है, जिसमें महिला एवं बाल विकास, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण और शिक्षा शामिल हैं।
सामयिक खबरें
सामयिक खबरें
सामयिक खबरें
राष्ट्रीय
- राजनीति और प्रशासन
- अवसंरचना
- आंतरिक सुरक्षा
- आदिवासियों से संबंधित मुद्दे
- कमजोर वर्गों के लिए कल्याणकारी योजनाएँ
- कार्यकारी और न्यायपालिका
- कार्यक्रम और योजनाएँ
- कृषि
- गरीबी और भूख
- जैवविविधता संरक्षण
- पर्यावरण
- पर्यावरण प्रदूषण, गिरावट और जलवायु परिवर्तन
- पारदर्शिता और जवाबदेही
- बैंकिंग व वित्त
- भारत को प्रभावित करने वाले द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक समूह
- भारतीय अर्थव्यवस्था
- रक्षा और सुरक्षा
- राजव्यवस्था और शासन
- राजव्यवस्था और शासन
- रैंकिंग, रिपोर्ट, सर्वेक्षण और सूचकांक
- विज्ञान और प्रौद्योगिकी
- शिक्षा
- सरकार की नीतियां और हस्तक्षेप
- सांविधिक, विनियामक और अर्ध-न्यायिक निकाय
- स्वास्थ्य से संबंधित मुद्दे