रणथंभौर टाइगर रिजर्व पर खतरा
- 14 Jan 2025
हाल ही में बताया गया कि राजस्थान में प्रमुख नदी-जोड़ सिंचाई परियोजना से रणथंभौर बाघ अभयारण्य का 37 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र जलमग्न हो सकता है, जिससे यह प्रभावी रूप से दो भागों में विभाजित हो जाएगा।
- परियोजना का उद्देश्य: यह परियोजना 23 जिलों में जल आपूर्ति के लिए चंबल नदी के अधिशेष जल को चैनलाइज करेगी, जिससे 3.45 करोड़ लोगों को लाभ होगा।
- डेम का निर्माण: प्रस्तावित 39 मीटर ऊँचे और 1.6 किलोमीटर लंबे डेम से 408.86 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र का जलमग्न होना प्रस्तावित है, जिसमें से 227 वर्ग किलोमीटर केवल इस डेम के लिए निर्धारित है।
- टाइगर रिजर्व का क्षेत्र: रनथंभोर टाइगर रिजर्व (1,113 वर्ग किलोमीटर) में वर्तमान में 57 बाघ हैं, और प्रस्तावित डेम के कारण 37.03 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र प्रभावित होगा।
- प्रभावित आवास: डेम के दोनों ओर जलमग्नता से उत्तर-दक्षिण पशु प्रवास मार्ग बाधित होगा, जिससे बाघों की आवासीय क्षमता प्रभावित होगी।
- अन्य परियोजनाएँ: यह पहली बार नहीं है कि टाइगर रिजर्व को नुकसान हो रहा है; पहले भी पन्ना (मध्य प्रदेश) और पलामू (झारखंड) टाइगर रिजर्व को ऐसे ही खतरों का सामना करना पड़ा है।
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