WPI के आधार वर्ष में संशोधन हेतु कार्य समूह का गठन
- 03 Jan 2025
2 जनवरी 2025 को, भारत सरकार ने थोक मूल्य सूचकांक (WPI) के आधार वर्ष को 2011-12 से संशोधित कर 2022-23 करने के लिए एक कार्य समूह का गठन किया।
मुख्य तथ्य:
- कार्य समूह का गठन: नीति आयोग के सदस्य प्रो. रमेश चंद की अध्यक्षता में 18 सदस्यीय एक कार्य समूह का गठन किया गया है, जो डब्ल्यूपीआई के आधार संशोधन का कार्य करेगा।
- संदर्भ का आधार : कार्य समूह डब्ल्यूपीआई के लिए कमोडिटी बास्केट, मूल्य संग्रह प्रणाली, संगणना पद्धति और लिंकिंग कारक की समीक्षा करेगा।
- आधार वर्ष परिवर्तन: डब्ल्यूपीआई के लिए आधार वर्ष 2011-12 से संशोधित कर 2022-23 कर दिया जाएगा।
- विशेषज्ञ रचना: कार्य समूह में विभिन्न सरकारी विभागों, शैक्षणिक संस्थानों और उद्योग निकायों के सदस्य शामिल हैं।
- उद्देश्य: संशोधन का उद्देश्य वर्तमान आर्थिक वास्तविकताओं को प्रतिबिंबित करने में डब्ल्यूपीआई की विश्वसनीयता और सटीकता को बढ़ाना है।
थोक मूल्य सूचकांक (WPI)
- यह थोक स्तर पर वस्तुओं के औसत मूल्य परिवर्तन को मापता है।
- उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) से भिन्न, WPI थोक स्तर पर कीमतों पर ध्यान केंद्रित करता है।
- WPI मुद्रास्फीति के दबाव का प्राथमिक संकेतक है।
- WPI की गणना वस्तुओं की टोकरी के वर्तमान मूल्य और आधार अवधि के मूल्य की तुलना से होती है।
- WPI आंकड़े सरकार के सांख्यिकी कार्यालय द्वारा संकलित और जारी किए जाते हैं।
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