राष्ट्रीय विद्युत योजना का शुभारंभ

  • 16 Oct 2024

14-15 अक्टूबर, 2024 के मध्य नई दिल्ली में केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण (CEA) द्वाराआयोजित किए जा रहे दो दिवसीय विचार-मंथन सम्मेलन के दौरान केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने ‘राष्ट्रीय विद्युत योजना (ट्रांसमिशन)’ [Nation Electricity Plan (Transmission)] का शुभारंभ किया।

  • वर्ष 2030 तक 500 गीगावाट और 2032 तक 600 गीगावाट से अधिक अक्षय ऊर्जा स्थापित करने के उद्देश्य से सीईए ने विभिन्न हितधारकों के परामर्श से यह विस्तृत राष्ट्रीय विद्युत योजना तैयार की है।
  • योजना में भंडारण प्रणालियों को भी ध्यान में रखा गया है, जैसे 47 गीगावाट की बैटरी ऊर्जा भंडारण प्रणालियां और 31 गीगावाट के पंप भंडारण संयंत्र, जिन्हें नवीकरणीय ऊर्जा के साथ विकसित किया जाना है।
  • मुंद्रा, कांडला, गोपालपुर, पारादीप, तूतीकोरिन, विजाग, मैंगलोर आदि तटीय स्थानों पर ग्रीन हाइड्रोजन/ग्रीन अमोनिया विनिर्माण केंद्रों तक बिजली पहुंचाने के लिए ट्रांसमिशन सिस्टम की भी योजना बनाई गई है।
  • राष्ट्रीय विद्युत योजना के तहत 2022-23 से 2031-32 तक 10 वर्ष की अवधि के दौरान 1,91,000 सर्किट किलोमीटर (ckm) ट्रांसमिशन लाइनें और 1270 गीगावोल्ट-एम्पीयर (GVA) परिवर्तन क्षमता (220 केवी और उससे अधिक वोल्टेज स्तर पर) जोड़ने की योजना है।
  • अंतर-क्षेत्रीय ट्रांसमिशन क्षमता को वर्तमान 119 गीगावाट से बढ़ाकर वर्ष 2027 तक 143 गीगावाट तथा वर्ष 2032 तक 168 गीगावाट करने की योजना है।
  • ट्रांसमिशन योजना में नेपाल, भूटान, म्यांमार, बांग्लादेश और श्रीलंका के साथ सीमा-पार इंटरकनेक्शन के साथ-साथ सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात आदि के साथ संभावित इंटरकनेक्शन को भी शामिल किया गया है।