दार्जिलिंग चिड़ियाघर का रेड पांडा कार्यक्रम
- 09 Oct 2024
पद्मजा नायडू हिमालयन जूलॉजिकल पार्क (Padmaja Naidu Himalayan Zoological Park),दार्जिलिंग के रेड पांडा संरक्षण, प्रजनन और संवर्धन कार्यक्रम को पहली बार विश्व चिड़ियाघर और एक्वेरियम एसोसिएशन,2024 (World Association of Zoos and Aquariums, 2024) द्वारा WAZA संरक्षण और पर्यावरण स्थिरता पुरस्कारों के लिए शीर्ष 3 फाइनलिस्टों में शामिल किया गया है।
- WAZA संरक्षण और पर्यावरण स्थिरता पुरस्कार की घोषणा 7 नवंबर, 2024 को सिडनी के टारोंगो चिड़ियाघर में 79वें WAZA वार्षिक सम्मेलन (79th WAZA annual conference) में की जाएगी।
- WAZA क्षेत्रीय संघों, राष्ट्रीय संघों, चिड़ियाघरों और एक्वैरियमों का एक वैश्विक गठबंधन है।
- पद्मजा नायडू हिमालयन प्राणी उद्यान ने विभिन्न संस्थानों और भारत सरकार के सहयोग से कई आवास पुनर्स्थापन पहल संचालित की हैं।
- 2022 से 2024 के बीच, नौ कैप्टिव-ब्रेड रेड पांडा (captive-bred red pandas) को पश्चिम बंगाल के सिंगालीला नेशनल पार्क (SNP) में छोड़ा गया। इनमें से तीन मादाओं ने जंगल में पाँच शावकों को जन्म दिया।
- यह दुर्लभ प्रजाति भारत में सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग और कलिम्पोंग जिलों में पाई जाती है।
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