‘पारदर्शी कराधान - ईमानदार का सम्मान’ मंच
- 17 Aug 2020
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 13 अगस्त, 2020 को ‘पारदर्शी कराधान - ईमानदार का सम्मान’ ('Transparent Taxation - Honoring the Honest) नाम से एक मंच (Platform) का शुभारंभ किया।
- उद्देश्य: कर प्रणाली को सुगम, सरल और फेसलेस बनाना तथा करदाताओं का विश्वास बढ़ाना और उन्हें निडर बनाना।
- महत्वपूर्ण तथ्य: इस मंच में फेसलेस असेसमेंट, फेसलेस अपील और करदाता चार्टर जैसे प्रमुख सुधारों को समाहित किया गया है।
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फेसलेस असेसमेंट और करदाता चार्टर 13 अगस्त से लागू हो गया, जबकि फेसलेस अपील की सुविधा 25 सितंबर से उपलब्ध होगी।
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- फेसलेस असेसमेंट: इसका उद्देश्य करदाता और आयकर विभाग के बीच मानवीय इंटरफेस को समाप्त करना है।
- फेसलेस अपील: देश भर में किसी भी अधिकारी को यादृच्छिक (randomly) रूप से अपीलें आवंटित की जाएंगी; अपील तय करने वाले अधिकारी की पहचान अज्ञात रहेगी तथा निर्णय टीम आधारित होंगे।
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आयकर दाता को किसी भी कार्यालय जाने की जरूरत नहीं। हालांकि गंभीर अपराध, बड़ी टैक्स चोरी, अंतरराष्ट्रीय कराधान, बेनामी संपत्ति तथा ब्लैक मनी के मामले में इस सुविधा का लाभ नहीं मिलेगा।
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- करदाता चार्टर: आयकर विभाग एक 'करदाता चार्टर' को अपनाएगा जो कर अधिकारियों और करदाताओं दोनों के अधिकारों और जिम्मेदारियों को रेखांकित करता है। इसके तहत करदाता को अब उचित, विनम्र और तर्कसंगत व्यवहार का आश्वासन दिया गया है।
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