बिहार के दो पक्षी अभयारण्य रामसर सूची में शामिल

  • 07 Jun 2024

5 जून, 2024 को बिहार के नागी पक्षी अभयारण्य (Nagi Bird Sanctuary) और नकटी पक्षी अभयारण्य (Nakti Bird Sanctuary) को रामसर कन्वेंशन के तहत अंतरराष्ट्रीय महत्व की आर्द्रभूमियों की सूची में शामिल किया गया।

  • नागी और नकटी पक्षी अभयारण्य बिहार के जमुई जिले के झाझा वन क्षेत्र में स्थित आर्द्रभूमि स्थल हैं।
  • नागी बांध एवं नकटी बांध के निर्माण के परिणामस्वरूप बनी दोनों आर्द्रभूमियों को 1984 में पक्षी अभयारण्य घोषित किया गया था।
  • नागी पक्षी अभयारण्य को बर्डलाइफ इंटरनेशनल द्वारा महत्वपूर्ण पक्षी क्षेत्र (IBA) के रूप में भी नामित किया गया है।
  • नागी पक्षी अभयारण्य में बार-हेडेड गीज़ (एक प्रकार का हंस) की वैश्विक आबादी का लगभग 3% पाया जाता है।
  • नकटी पक्षी अभयारण्य एक मानव निर्मित आर्द्रभूमि है; जिसे मुख्यतः नकटी बांध के निर्माण के माध्यम से सिंचाई के लिए विकसित किया गया था।
  • रामसर स्थल एक आर्द्रभूमि स्थल है, जिसे रामसर कन्वेंशन के तहत अंतरराष्ट्रीय महत्व का माना जाता है ।
  • रामसर कन्वेंशन यूनेस्को के तत्वावधान में 2 फरवरी 1971 को ईरान के रामसर में हस्ताक्षरित एक अंतरराष्ट्रीय पर्यावरण संधि है।
  • वर्तमान में रामसर कन्वेंशन के तहत भारत में कुल 82 आर्द्रभूमियां हैं तथा इस संदर्भ में भारत, चीन के साथ संयुक्त रूप से तीसरे स्थान पर है।
  • रामसर स्थलों की सर्वाधिक संख्या यूनाइटेड किंगडम (175) में है, जिसके बाद मैक्सिको (144) का स्थान है।
  • प्रत्येक वर्ष 2 फरवरी को अंतरराष्ट्रीय आर्द्रभूमि दिवस मनाया जाता है।