अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन स्थापना रूपरेखा संशोधन लागू
- 01 Aug 2020
अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन (आईएसए) की स्थापना के रूपरेखा समझौते में संशोधन के 15 जुलाई, 2020 से लागू होने के बाद संयुक्त राष्ट्र सदस्य देशों के आईएसए में शामिल होने का मार्ग प्रशस्त हो गया है।
उद्देश्य: सौर ऊर्जा के तीव्र प्रसार के जरिये पेरिस जलवायु समझौते को लागू करने में योगदान करना।
महत्वपूर्ण तथ्य: कटिबंधों से परे आईएसए की सदस्यता के सार्वभौमीकरण के लिये गठबंधन की महासभा की 3 अक्टूबर, 2018 को हुई पहली बैठक में रूपरेखा समझौते में संशोधन को अंगीकार किया गया था, ताकि सदस्यता के दायरे को बढ़ाया जाए और संयुक्त राष्ट्र के सभी सदस्य इसमें शामिल हो सकें।
- 30 जुलाई, 2020 तक 87 देशों ने आईएसए रूपरेखा समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं और इनमें से 67 देशों ने अनुमोदन पत्र सौंपा है।
- आईएसए को नवंबर 2015 में पेरिस में कॉप-21 सम्मेलन के दौरान भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फ्रांस के तत्कालीन राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद द्वारा संयुक्त रूप से लॉन्च किया गया था।
- यह ऐसे 122 देशों का गठबंधन है, जो पूरी तरह से या आंशिक रूप से कर्क और मकर उष्णकटिबंधों के बीच स्थित हैं।
- यह पहला समझौता आधारित अंतरराष्ट्रीय अंतरसरकारी संगठन है। इसका मुख्यालय भारत में गुरुग्राम में स्थित है।
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