चीन का मंगल मिशन तिआनवेन-1
- 29 Jul 2020
चीन ने कोरोना वायरस महामारी के बीच 23 जुलाई, 2020 को अपना पहला मंगल मिशन तिआनवेन-1 (Tianwen-1) सफलतापूर्वक लॉन्च किया।
महत्वपूर्ण तथ्य: दक्षिणी चीन के द्वीप प्रांत हैनान के तट पर वेनचांग अंतरिक्ष यान प्रक्षेपण स्थल से 'लॉन्ग मार्च -5 रॉकेट' के जरिये इस मिशन को लॉन्च किया गया।
- तिआनवेन जिसका अर्थ है ‘स्वर्गीय प्रश्न या स्वर्ग के प्रश्न’ (Heavenly Questions or Questions to Heaven), चीन के जाने-माने कवि क्यू युआन द्वारा लिखी गई एक कविता है।
- इस मिशन के तीन वैज्ञानिक उद्देश्य हैं- व्यापक अवलोकन के लिए लाल ग्रह की परिक्रमा करना, मंगल गृह की धरती पर उतरना (लैंडिंग) और लैंडिंग स्थल पर घूमने के लिए रोवर भेजना।
- यह मंगल ग्रह की मिट्टी, भूगर्भीय संरचना, पर्यावरण, वातावरण और पानी की वैज्ञानिक जांच करेगा।
- पांच-टन वजनी यह अंतरिक्ष यान करीब 7 महीने की 55 मिलियन किलोमीटर की यात्रा के बाद फरवरी 2021 में मंगल ग्रह के गुरुवत्वाकर्षण वाले इलाके में प्रवेश करेगा।
- इससे पहले 2011 में, चीन ने एक रूसी अंतरिक्ष यान में यिंगहुओ-1 (Yinghuo-1) नामक अपना मिशन भेजने का प्रयास किया था। हालांकि यह अंतरिक्ष यान बाद में खो गया था।
- अब तक भारत, रूस, यूरोपीय संघ और संयुक्त राज्य अमेरिका जैसे देश मंगल पर मिशन भेजने में सफल रहे हैं।
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