आरबीआई ‘वित्तीय स्थिरता रिपोर्ट’
- 28 Jul 2020
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा 24 जुलाई, 2020 को जुलाई 2020 की ‘वित्तीय स्थिरता रिपोर्ट’ जारी की गई। यह रिपोर्ट का 21वां अंक था।
- महत्वपूर्ण तथ्य: यदि कोविड-19 महामारी का प्रतिकूल आर्थिक प्रभाव 'बहुत गंभीर' रहा तो अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों (SCB) का सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्ति (GNPA) अनुपात चालू वित्त वर्ष के अंत तक मार्च 2020 में 8.5% से बढ़कर 14.7% हो सकता है। जबकि आधारभूत परिदृश्य (baseline scenario) के तहत यह 2021 तक 12.5% हो सकता है।
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अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों के जोखिम-भारित परिसंपत्तियों की तुलना में पूंजी अनुपात (Capital to Risk-weighted Assets Ratio- CRAR) सितंबर 2019 में 15% की तुलना में मार्च 2020 में घटकर 14.8% हो गया था।
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आरबीआई ने अनुमान लगाया कि CRAR मार्च 2021 में 'आधारभूत परिदृश्य' के तहत 13.3% और 'बहुत गंभीर तनाव परिदृश्य' के तहत 11.8% तक पहुंच सकता है।
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यह रिपोर्ट आरबीआई द्वारा वर्ष में दो बार जून या जुलाई तथा दिसंबर में जारी की जाती है।
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- जोखिम-भारित परिसंपत्तियों की तुलना में पूंजी अनुपात: इसे पूंजी पर्याप्तता अनुपात (CAR) के रूप में भी जाना जाता है। यह एक बैंक की मुख्य पूंजी की राशि का माप है, जो उसकी जोखिम-भारित परिसंपत्ति के प्रतिशत के रूप में व्यक्त की जाती है।
- CRAR = (टियर 1 पूंजी + टियर 2 पूंजी)/ जोखिम-भारित परिसंपत्ति
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टियर 1 पूंजी बैंक की मुख्य पूंजी होती है, जो अधिकतर इक्विटी पूंजी होती है या यह बैंक के सबसे जिम्मेदार लोगों द्वारा प्रदान की जाती है - जैसे शेयर धारक। दूसरी ओर, टियर 2 पूंजी अतिरिक्त पूंजी होती है जो भंडार एवं ऋण के रूप में होती है।
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