प्रभा वर्मा को सरस्वती सम्मान 2023
- 21 Mar 2024
के. के. बिड़ला फाउंडेशन द्वारा प्रसिद्ध कवि और साहित्यकार प्रभा वर्मा को उनके उपन्यास ‘रौद्र सात्विकम’ के लिए 33वें सरस्वती सम्मान 2023 के लिए चुना गया है।
- मलयालम भाषा में काव्यात्मक छंद में लिखा गया उपन्यास "रौद्र सात्विकम" सत्ता और राजनीति, व्यक्ति और राज्य, तथा कला और सत्ता के बीच के संघर्ष की जांच करता है।
- 2022 में प्रकाशित ‘रौद्र सात्विकम’ उपन्यास समय और स्थान की अवधारणा से परे है और यह रचनात्मक दार्शनिक तरीके से धर्म और अधर्म की दुर्दशा को संबोधित करता है।
- प्रभा वर्मा, अंग्रेजी और मलयालम दोनों भाषा में अपनी रचनाएं लिखते हैं। उन्होंने 30 से अधिक पुस्तकें प्रकाशित की हैं।
- प्रभा वर्मा की कुछ उल्लेखनीय कृतियां- “सौपर्णिका, अर्कपूर्णिमा, श्यामा माधवम, चंदना नाज़ी, आर्द्रम, और कनाल चिलम्बु हैं।
- वर्मा को केरल साहित्य अकादमी पुरस्कार, केंद्र सरकार का साहित्य अकादमी पुरस्कार और वायलार पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है।
- सरस्वती सम्मान भारत के संविधान की 8वीं अनुसूची में सूचीबद्ध भारत की 22 भाषाओं में से किसी में उत्कृष्ट गद्य या पद्य साहित्यिक कार्यों के लिए एक वार्षिक पुरस्कार है।
- सरस्वती सम्मान एक वार्षिक पुरस्कार है। यह पिछले 10 वर्षों में प्रकाशित उत्कृष्ट साहित्यिक कृति को दिया जाता है।
- के.के. बिड़ला फाउंडेशन की स्थापना 1991 में उद्योगपति कृष्ण कुमार बिड़ला द्वारा की गई थी।
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