ग्रिड-इंडिया को मिनीरत्न श्रेणी-I का दर्जा
- 21 Mar 2024
ग्रिड कंट्रोलर ऑफ इंडिया लिमिटेड (GRID-INDIA) ने मिनीरत्न श्रेणी-I केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यम (CPSE) का दर्जा प्राप्त किया है।
- भारत सरकार के विद्युत मंत्रालय द्वारा प्रदत्त यह मान्यता देश के विद्युत परिदृश्य में ग्रिड-इंडिया की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करती है।
- 2009 में स्थापित, ग्रिड-इंडिया के पास भारतीय विद्युत प्रणाली के त्रुटिहीन और निर्बाध संचालन की देखरेख करने और पारदेशीय विद्युत विनिमय सुगम बनाने का दायित्व है।
- यह किफायती और कुशल थोक विद्युत बाजारों को सुगम बनाता है और निपटान प्रणालियों का प्रबंधन भी करता है।
- ज्ञान-संचालित संगठन के रूप में ग्रिड-इंडिया विद्युत क्षेत्र की बदलती जरूरतों के अनुरूप भारत सरकार द्वारा सौंपे गए विविध कार्यों को पूरा करने के लिए समर्पित है।
- 'मिनीरत्न' भारत में सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों (PSU) की एक श्रेणी है। यह टैग इन कंपनियों को दी गई स्वायत्तता और संचालन संबंधी लचीलेपन के स्तर का प्रतीक है।
- मिनीरत्न श्रेणी-I दर्जा उन्हीं केंद्रीय उद्यमों को दिया जाता है, जो बीते 3 वर्षों में लगातार लाभ में रहे हों, जिनका पूर्व-कर लाभ तीन वर्षों में से कम-से-कम किसी एक वर्ष में 30 करोड़ रुपये या उससे अधिक रहा हो और शुद्ध लाभ भी हुआ हो।
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