भारत का पहला राष्ट्रीय डॉल्फिन अनुसंधान केंद्र
- 06 Mar 2024
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 4 मार्च, 2024 को पटना में भारत के पहले और एकमात्र राष्ट्रीय डॉल्फिन अनुसंधान केंद्र (NDRC) का उद्घाटन किया। पूरे एशिया में डॉल्फिन पर यह अपनी तरह का एकमात्र शोध केंद्र है।
- इस केंद्र का उद्देश्य गंगा डॉल्फिन का व्यापक अध्ययन करने में वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं की सहायता करना है।
- इस रिसर्च सेंटर में डॉल्फिन के साथ-साथ अन्य जलीय जीवों पर भी शोध किया जाएगा।
- इस परियोजना को केंद्र सरकार द्वारा वर्ष 2013 में मंजूरी दी गई थी।
- यह केंद्र पटना विश्वविद्यालय के भीतर 4400 वर्ग मीटर भूमि पर स्थापित किया जाएगा तथा यह गंगा नदी से करीब 200 मीटर की दूरी पर होगा।
- यह अनुसंधान केंद्र लुप्तप्राय गंगा डॉल्फिन के संरक्षण के प्रयासों को बढ़ावा देगा और डॉल्फिन के बदलते व्यवहार, आदतों, मृत्यु के कारण आदि पर शोध प्रकाशित करेगा।
- गंगा डॉल्फिन (Gangetic Dolphin) भारत का राष्ट्रीय जलीय जीव है। इसका वैज्ञानिक नाम प्लैटानिस्टा गेंगेटिका है।
- यह भारतीय उपमहाद्वीप (भारत, बांग्लादेश और नेपाल) में गंगा-ब्रह्मपुत्र-मेघना और कर्णफुली-सांगू नदियों में पाई जाती है।
- डॉल्फिन को 2009 में राष्ट्रीय जल जीव घोषित किया गया था। प्रोजेक्ट डॉल्फिन को वर्ष 2019 में भारत सरकार द्वारा शुरू किया गया था।
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