भारत में 24.82 करोड़ लोग बहुआयामी गरीबी से बाहर
- 16 Jan 2024
15 जनवरी, 2024 को नीति आयोग द्वारा जारी एक रिपोर्ट के अनुसार पिछले 9 वर्षों के दौरान (2013-14 से 2022-23 के मध्य) भारत में 24.82 करोड़ लोग बहुआयामी गरीबी से बाहर निकले हैं।
- गरीबी में सबसे बड़ी गिरावट उत्तर प्रदेश, बिहार और मध्य प्रदेश में दर्ज की गई।
- भारत में बहुआयामी गरीबी 2013-14 में 29.17 प्रतिशत से घटकर 2022-23 में मात्र 11.28 प्रतिशत रह गई है।
- राष्ट्रीय बहुआयामी गरीबी, स्वास्थ्य, शिक्षा और जीवन स्तर के तीन समान रूप से भारित आयामों में व्याप्त अभावों का एक साथ मापन करती है, जो 12 सतत विकास लक्ष्यों व संबंधित संकेतकों द्वारा दर्शाए जाते हैं।
- इनमें पोषण, बाल और किशोर मृत्यु दर, मातृ स्वास्थ्य, स्कूली शिक्षा के वर्ष, स्कूल में उपस्थिति, खाना पकाने का ईंधन, स्वच्छता, पेयजल, बिजली, आवास, संपत्ति और बैंक खाते शामिल हैं।
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