भारत में फार्मा क्षेत्र का विनियमन
भारत दुनिया के सबसे बड़े जेनेरिक दवा निर्माता देशों में से एक है। फार्मास्युटिकल क्षेत्र भारत की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान देता है और लाखों लोगों को रोजगार प्रदान करता है।
- इस क्षेत्र के महत्व को देखते हुए, सरकार ने फार्मास्युटिकल उत्पादों की गुणवत्ता और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कई नियम और कानून बनाए हैं।
- फार्मा क्षेत्र का विनियमन न केवल देश की स्वास्थ्य व्यवस्था को मजबूत बनाती है बल्कि वैश्विक स्तर पर भी भारत के फार्मा उद्योग की प्रतिष्ठा को बनाए रखने में सहायक होता है।
भारत में फार्म क्षेत्र के विनियमन
- ड्रग एंड कॉस्मेटिक्स एक्ट, 1940: भारत में दवाओं ....
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मुख्य विशेष
- 1 MSME का सुदृढ़ीकरण: अवसर और चुनौतियां
- 2 FRBM अधिनियम: राजकोषीय विवेक बनाम आकस्मिक बाध्यताएं
- 3 कृषि विपणन में सुधार की आवश्यकता
- 4 बेहतर पोषण के लिए सार्वजनिक वितरण प्रणाली में सुधार
- 5 मौद्रिक नीति और गरीबी उन्मूलन: चुनौतियां और सुझाव
- 6 सार्वजनिक ऋण प्रबंधन: चुनौतियां और आगे की राह
- 7 भारत की कृषि-सब्सिडी और विश्व व्यापार संगठन के मानदंड