MSME का सुदृढ़ीकरण: अवसर और चुनौतियां
सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (MSMEs) क्षेत्र पिछले पांच दशको में भारतीय अर्थव्यवस्था में एक अत्यधिक जीवंत एवं गतिशील क्षेत्र के रूप में उभरा है।
- MSME न केवल रोजगार सृजन में बल्कि देश के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में भी महत्वपूर्ण योगदान देते हैं।
अवसर
- रोजगार सृजन: एमएसएमई सेक्टर 110 मिलियन से ज्यादा श्रमिकों को रोज़गार के अवसर प्रदान करता है, विशेषकर ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में। यह युवा और शिक्षित जनसंख्या को स्वरोजगार के अवसर प्रदान कर सकता है।
- नवाचार और उद्यमिता: एमएसएमई उद्यमिता को बढ़ावा देने और नए विचारों और उत्पादों के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण मंच ....
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मुख्य विशेष
- 1 भारत में फार्मा क्षेत्र का विनियमन
- 2 भारत की कृषि-सब्सिडी और विश्व व्यापार संगठन के मानदंड
- 3 सार्वजनिक ऋण प्रबंधन: चुनौतियां और आगे की राह
- 4 मौद्रिक नीति और गरीबी उन्मूलन: चुनौतियां और सुझाव
- 5 बेहतर पोषण के लिए सार्वजनिक वितरण प्रणाली में सुधार
- 6 कृषि विपणन में सुधार की आवश्यकता
- 7 FRBM अधिनियम: राजकोषीय विवेक बनाम आकस्मिक बाध्यताएं