मौद्रिक नीति और गरीबी उन्मूलन: चुनौतियां और सुझाव
मौद्रिक नीति और गरीबी उन्मूलन दोनों ही आर्थिक नीति के महत्वपूर्ण क्षेत्र हैं, जिनका आपस में गहरा संबंध होता है। मौद्रिक नीति का उद्देश्य आर्थिक स्थिरता और वृद्धि को प्रोत्साहित करना होता है, जबकि गरीबी उन्मूलन का उद्देश्य आर्थिक और सामाजिक असमानताओं को कम करना है।
चुनौतियां
- आर्थिक अस्थिरता और महंगाई: मौद्रिक नीति का एक प्रमुख उद्देश्य महंगाई को नियंत्रित करना होता है। हालांकि, उच्च ब्याज दरें और सख्त मौद्रिक नीति गरीबों के लिए ऋण की लागत को बढ़ा सकती हैं और उनके खर्च करने की क्षमता को प्रभावित कर सकती हैं।
- वित्तीय समावेशन की कमी: मौद्रिक नीति के तहत सख्त ....
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मुख्य विशेष
- 1 MSME का सुदृढ़ीकरण: अवसर और चुनौतियां
- 2 FRBM अधिनियम: राजकोषीय विवेक बनाम आकस्मिक बाध्यताएं
- 3 कृषि विपणन में सुधार की आवश्यकता
- 4 बेहतर पोषण के लिए सार्वजनिक वितरण प्रणाली में सुधार
- 5 सार्वजनिक ऋण प्रबंधन: चुनौतियां और आगे की राह
- 6 भारत की कृषि-सब्सिडी और विश्व व्यापार संगठन के मानदंड
- 7 भारत में फार्मा क्षेत्र का विनियमन