प्लेटो की शिक्षाएं और सार्वजनिक निर्णय लेने में इसका महत्व
प्रसिद्ध प्राचीन यूनानी दार्शनिक प्लेटो की विचारधारा शासन और सार्वजनिक नीति के क्षेत्र में वर्तमान में भी प्रासंगिक बनी हुई है। उनकी दार्शनिक शिक्षाएं, मुख्य रूप से "द रिपब्लिक" जैसी उनकी रचनाओं में व्यक्त की गई हैं, जो आज सार्वजनिक निर्णय लेने के लिए महत्वपूर्ण प्रासंगिकता रखती हैं।
सार्वजनिक निर्णय लेने में प्रासंगिकता
- प्लेटो की शिक्षाएं सार्वजनिक निर्णय लेने के लिए गहन निहितार्थ प्रदान करती हैं, विशेष रूप से जटिल सामाजिक मुद्दों और शासन संबंधी चुनौतियों को संबोधित करने में।
- समकालीन शासन के लिए प्रासंगिक प्रमुख पहलू इस प्रकार हैं:
- दार्शनिक-राजा और सद्गुणी नेतृत्व : प्लेटो ने दार्शनिक-राजाओं के शासन की ....
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मुख्य विशेष
- 1 प्रशासनिक प्रभावशीलता और सार्वजनिक विश्वास पर शासन में ईमानदारी का प्रभाव
- 2 निर्णय निर्माण में AI की भूमिका: प्रशासन पर प्रभाव
- 3 सोशल मीडिया से संबंधित नैतिक मुद्दे और चुनौतियां
- 4 नैतिक मूल्य और नैतिक नेतृत्व
- 5 नैतिक सापेक्षवाद बनाम नैतिक सार्वभौमिकता
- 6 सेलिब्रिटी विज्ञापन के नैतिक आयाम
- 7 जैव नैतिकता और इसका महत्व
- 8 पर्यावरणीय नैतिकता में जैवकेन्द्रवाद
- 9 सिविल सेवाओं के आधारभूत मूल्य: उनकी प्रभावशीलता सुनिश्चित करने के उपाय
- 10 आधुनिक समाज में स्वामी विवेकानंद के नैतिक दर्शन की प्रासंगिकता
- 11 सार्वजनिक सेवा में नैतिक सत्यनिष्ठा का निर्माण : निष्पक्षता और गैर-पक्षपात की भूमिका