​जैव नैतिकता और इसका महत्व

जैव नैतिकता (Bioethics) एक बहुविषयक क्षेत्र है जो जीव विज्ञान, चिकित्सा और स्वास्थ्य सेवा में प्रगति से उत्पन्न नैतिक मुद्दों को संबोधित करता है। इसमें चिकित्सा अनुसंधान, नैदानिक अभ्यास, जैव प्रौद्योगिकी और व्यक्तियों, समाज और पर्यावरणीय मुद्दों के निहितार्थों से संबंधित नैतिक विचार शामिल हैं।

जैव नैतिकता के सिद्धांत

  1. स्वायत्तता का सम्मान
    • सूचित सहमति: जैव नैतिकता प्रासंगिक जानकारी के पूर्ण प्रकटीकरण के आधार पर, व्यक्तियों के अपने स्वास्थ्य और चिकित्सा उपचार के बारे में स्वायत्त निर्णय लेने के अधिकार पर जोर देती है।
    • रोगी अधिकार: यह चिकित्सा निर्णय लेने में रोगियों की प्राथमिकताओं, गोपनीयता और गरिमा का सम्मान करने की वकालत ....

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