​पर्यावरणीय नैतिकता में जैवकेन्द्रवाद

जैवकेन्द्रवाद (Biocentrism) पर्यावरण नैतिकता के भीतर एक दार्शनिक दृष्टिकोण है जिसके अनुसार सभी जीवित जीवों का आंतरिक मूल्य होता है तथा उन्हें मानव उद्देश्यों के साधन के बजाय अपने आप में लक्ष्य माना जाता है। यह नैतिक ढांचा मानव-केंद्रितता के विपरीत है, जो अन्य सभी प्रजातियों से ऊपर मानव हितों को प्राथमिकता देता है।

जैवकेन्द्रवाद के सिद्धांत

  1. जीवन का आंतरिक मूल्य
    • बायोसेन्ट्रिज्म इस बात पर जोर देता है कि सभी जीवित प्राणियों में अंतर्निहित मूल्य होता है और वे मनुष्यों के लिए उनकी उपयोगिता से स्वतंत्र नैतिक विचार के पात्र होते हैं।
    • यह प्रकृति के उस साधनात्मक दृष्टिकोण का विरोध ....
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