​भारतीय राष्ट्रवाद पर द्वितीय विश्व युद्ध का प्रभाव

द्वितीय विश्व युद्ध (1939-1945) ने भारतीय राष्ट्रवाद पर गहरा और व्यापक प्रभाव डाला। इस युद्ध ने भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन को नई दिशा और गति प्रदान की।

  • द्वितीय विश्व युद्ध ने भारतीय नेताओं और जनता को ब्रिटिश सरकार के प्रति अपनी नीतियों और दृष्टिकोण को बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की।

भारतीय राष्ट्रवाद पर प्रभाव

  • भारतीयों द्वारा व्यापक विरोध: ब्रिटिश सरकार ने द्वितीय विश्व युद्ध में भारतीयों से बिना परामर्श किए उन्हें शामिल कर लिया, जिससे भारतीय नेताओं में आक्रोश उत्पन्न हुआ। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने इस कदम का विरोध ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |

पूर्व सदस्य? लॉग इन करें


वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |