​भारत में गुफा वास्तुकला

गुफा वास्तुकला देश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत में एक महत्वपूर्ण स्थान रखती है। भारत में प्रारंभिक गुफा स्थापत्य के साक्ष्य पश्चिमी दक्कन क्षेत्र से प्राप्त होते हैं।

  • आरंभिक गुफाएं प्राकृतिक थीं परंतु कालांतर में गुफाएं चट्टानों को काटकर बनाई गई हैं। ये मंदिरों, मठों, विहारों और स्मारकों के रूप में कार्य करती थीं।
  • चट्टानों से बनी ये गुफाएं भारतीय शिल्पकारों और वास्तुकारों के उल्लेखनीय कौशल और रचनात्मकता को प्रदर्शित करती हैं।

गुफा वास्तुकला के प्रमुख प्रकार

  • बौद्ध गुफाएं: ये गुफाएं तीसरी शताब्दी ईसा पूर्व से बारहवीं शताब्दी ईस्वी तक की हैं। इस प्रकार की गुफाओं में अजंता, एलोरा, भाजा, कन्हेरी आदि को ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |

पूर्व सदस्य? लॉग इन करें


वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |