भारत में ट्रांसजेंडर अधिकार
भारत में ट्रांसजेंडर अधिकार, हाल के वर्षों में महत्वपूर्ण कानूनी और सामाजिक परिवर्तनों का विषय रहे हैं। हालांकि ट्रांसजेंडर व्यक्तियों के अधिकारों को पहचानने और उनकी सुरक्षा करने में प्रगति हुई है, लेकिन चुनौतियां और भेदभाव अभी भी कायम हैं।
- भारत में ट्रांसजेंडर अधिकारों के संबंध में कुछ प्रमुख बिंदु निम्नलिखित हैं:
- कानूनी मान्यताः अप्रैल 2014 में, भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने ट्रांसजेंडर व्यक्तियों को ‘तीसरे लिंग’ (Third gender) के रूप में मान्यता देते हुए एक ऐतिहासिक निर्णय दिया। इस निर्णय में स्वीकार किया गया कि ट्रांसजेंडर लोगों को पुरुष और महिला की पारंपरिक द्विआधारी श्रेणियों से परे अपने लिंग की स्वयं-पहचान ....
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