स्वतंत्रता आन्दोलन में सुभाष चन्द्र बोस की भूमिका
नेताजी सुभाष चंद्र बोस का जन्म कटक (उड़ीसा) में 23 जनवरी, 1897 को हुआ था। उनके जन्मदिवस को भारत में पराक्रम दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस वर्ष 23 जनवरी 2022 को उनकी 125वीं जयंती के उपलक्ष्य में भारतीय प्रधानमंत्री द्वारा एक भव्य मूर्ति का अनावरण किया गया।
प्रारंभिक जीवन
- सुभाष चंद्र बोस ने प्रोटेस्टेंट यूरोपियन स्कूल (वर्तमान में स्टीवर्ट हाई स्कूल) से अपनी स्कूली शिक्षा प्राप्त करके कोलकाता के प्रेसिडेंसी कॉलेज से स्नातक किया।
- वर्ष 1920 में उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा उत्तीर्ण की किंतु, राष्ट्रवादी गतिविधियों में शामिल होने के की इच्छा के कारण उन्होंने महत्वपूर्ण सेवा ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 स्वतंत्रता आंदोलन में महिलाओं की सहभागिता
- 2 असहयोग आंदोलन
- 3 रूसी क्रांति: कारण तथा वैश्विक प्रभाव
- 4 औद्योगिक क्रांति का उपनिवेशवाद के प्रसार में योगदान
- 5 11वीं सदी के समाज सुधारक और संत: रामानुजाचार्य
- 6 गाँधी एवं नेहरू के सामाजिक-आर्थिक विचार: समानता एवं विभेद
- 7 ब्रिटिश शासन की नीतियां तथा आधुनिक भारत का निर्माण
- 8 दादा भाई नोरोजी की भारतीय स्वतंत्रता आन्दोलन में भूमिका
- 9 वेलेजली की नीतियां एवं उनका प्रभाव
- 10 उग्र राष्ट्रवाद तथा स्वतंत्रता आन्दोलन में इसकी भूमिका