सूफी आन्दोलन का समाज एवं संस्कृति पर प्रभाव
सूफी आंदोलन का संबंध इस्लाम धर्म में एक सुधार आंदोलन से है। इस आंदोलन ने स्वतंत्र सोच के साथ-साथ सहिष्णुता तथा उदार विचारों को को बढ़ावा दिया। सूफी संतों ने धर्म के नाम पर लोगों के उत्पीड़न, रूढ़िवादिता एवं मन की संकीर्णता का व्यापक विरोध किया। इस आंदोलन के प्रचारक सभी मनुष्यों की समानता में विश्वास करते थे। यह आंदोलन हिंदू धर्म में प्रचलित वेदांत दर्शन के समान है जिसने मनुष्य के स्वतंत्र विकास तथा आध्यात्मिक उन्नति को मूल आवश्यकता बताया है।
सूफी आंदोलन का विकास
इस आंदोलन का आरंभ मुख्य रूप से फारस में हुआ था। भारत में 13वीं ....
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