बायोप्लास्टिक्सः क्या वे प्लास्टिक प्रदूषण का समाधान हो सकते हैं?
- बायोप्लास्टिक का अर्थ यह है कि ये प्लास्टिक बायोडिग्रेडेबल होते हैं। पारंपरिक प्लास्टिक के विपरीत, इन बायोप्लास्टिक को छः महीने के भीतर औद्योगिक खाद सुविधाओं (Industrial Composting Facilities) में रोगाणुओं द्वारा तोड़ा जा सकता है।
- यह विशेषता प्लास्टिक समस्या का आंशिक ही सही, किंतु आशाजनक समाधान प्रस्तुत करती है।
- पॉलीलैक्टिक एसिड (PLA) उपयोग में आने वाले सबसे सामान्य बायोप्लास्टिक में से एक है। PLA को मक्का और कसावा (Corn and Cassava) जैसी खाद्य फसलों के स्टार्च से निकाला जाता है।
- पॉलीहाइड्रॉक्सीअल्केनोएट्स अथवा पीएचए (Polyhydroxyalkanoates or PHA) एक अन्य फीडस्टॉक है, जिसे खाद्य फसलों से वनस्पति तेलों या शर्करा पर ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 स्वस्तिक : भारतीय पारंपरिक ज्ञान को समाज से जोड़ने की एक राष्ट्रीय पहल
- 2 बांधों की सुरक्षा बेहद महत्वपूर्ण
- 3 स्वास्थ्य सेवा सुधार में उपयोगी कृत्रिम बुद्धिमत्ता
- 4 पठाणि सामंत : भारत के गुमनाम मगर उत्कृष्ट खगोल वैज्ञानिक
- 5 जंतु द्वारा मीथेन उत्सर्जन का जलवायु परिवर्तन से संबंध
- 6 नई तकनीकों से बदलेगी कैंसर के इलाज की तस्वीर
- 7 डेंगू का बढ़ता प्रसार और संभावित उपचार
- 8 भारत में ईवी क्रांति
- 9 भारत को सशक्त बनाती कुछ नवीन वैज्ञानिक पहलें
- 10 स्वास्थ्य और पोषण में सामाजिक उद्यमिता
पत्रिका सार
- 1 कारोबार सुगमता हेतु सरकार के प्रमुख कानून
- 2 जन विश्वास की संकल्पना एवं संवर्द्धन (प्रावधानों का संशोधान) अधिानियम, 2023
- 3 अपराधामुक्ति का तरीका
- 4 जन विश्वास अधिानियम एवं भविष्य की दिशा
- 5 गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस: जेम
- 6 भारत में फि़ल्म निर्माण की सुगमता
- 7 जीएसटी और ईज ऑफ डूइंग बिजनेस
- 8 ईज ऑफ डूइंग बिजनेस हेतु वैधीकरण (गैर-अपराधीकरण)
- 9 विनियामक प्रवर्तन और अनुकूल व्यावसायिक माहौल में नाजुक संतुलन
- 10 दक्षिण-दक्षिण सहयोग के मध्य भारत-अफ्रीकी संबंधा
- 11 ग्रामीण भारत को पुनर्परिभाषित करते स्टार्टअप्स
- 12 कृषि स्टार्टअप्स के माध्यम से सुधार, प्रदर्शन और परिवर्तन
- 13 खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में नई संभावनाएं खोजते स्टार्टअप्स
- 14 स्टार्टअप्सः ग्रामीण जल सुरक्षा की ओर
- 15 उत्तर-पूर्वी भारत के लिए विकास के इंजन के रूप में स्टार्टअप्स
- 16 ड्रोन क्रांति की ओर बढ़ता ग्रामीण भारत
- 17 ग्रामीण विकास के लिए सोशल स्टार्टअप्स को बढ़ावा
- 18 महिलाओं के नेतृत्व वाले स्टार्टअप्स को प्रोत्साहन
- 19 आत्मनिर्भर भारत की मजबूत नींव रखते स्टार्टअप
- 20 एमआईएमओ वायरलेस तकनीक के लिए ‘फैराडे मेडल’
- 21 भारत अंतरराष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव
- 22 2023 में प्रमुख वैज्ञानिक विकास पर दृष्टि
- 23 प्राचीन जीवन की दुनिया का अन्वेषणः जीवाश्म विज्ञान
- 24 जीवित प्राणियों की जटिलताओं को समझना