'पलियार जनजाति' को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने की आवश्यकता

हाल ही में तमिलनाडु के कोडाईकनाल और थेनी क्षेत्रों में ‘पलियार आदिवासियों' (Paliyar Tribes) पर किये गए एक अध्ययन से पता चला है कि इसके तहत कवर किये गए 36 गांवों में रहने वाले 1,173 परिवारों में से किसी को भी सरकारी नौकरी प्राप्त नहीं है।

  • इस अध्ययन को ‘लीगल एक्शन, एडवोकेसी एंड सर्विसेज (LAAS) सेंटर’ तथा ‘सेव द नेशन (Nattai Kappom) फेडरेशन’ द्वारा एक पुस्तक के रूप में जारी किया गया है।
  • अध्ययन में, राज्य सरकार से पलियार जनजातियों के साथ-साथ इसी प्रकार के अन्य आदिवासी समुदायों के उत्थान के लिए आवश्यक एवं तत्काल कदम उठाने का आग्रह किया गया ....

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