कृषि का नारीकरण

कृषि क्षेत्र का नारीकरण कृषि क्षेत्र में विभिन्न भूमिकाओं जैसे; मजदूरों, किसानों और उद्यमियों में महिलाओं की बढ़ती संख्या को संदर्भित करता है। आर्थिक सर्वेक्षण 2017-18 के अनुसार ‘पुरुषों के बढ़ते प्रवास के कारण कृषि क्षेत्र का नारीकरण हो रहा है’।

कृषि में महिलाओं का प्रतिनिधित्व

कृषि जनगणना (2015-16) के अनुसार, कुल 146 मिलियन परिचालन होल्डिंग्स (Operating Holdings) में से, महिला परिचालन धारकों की हिस्सेदारी लगभग 13% (20.25 मिलियन) है।

  • ऑक्सफैम इंडिया के अनुसार, लगभग 60.80% खाद्य उत्पादन और 90% डेयरी उत्पादन के लिए महिलाएं जिम्मेदार हैं।
  • 2011 की जनगणना के अनुसार, कुल महिला मुख्य श्रमिकों में से 55% खेतिहर मजदूर थीं।

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