​आरक्षण लाभ हेतु धर्म परिवर्तन के खिलाफ सर्वोच्च न्यायालय का निर्णय

  • हाल ही में, सर्वोच्च न्यायालय ने कहा है कि बिना किसी वास्तविक आस्था के केवल आरक्षण का लाभ पाने के लिए किया गया धर्म परिवर्तन 'संविधान के साथ धोखाधड़ी' (Fraud on the Constitution) है।
  • सी. सेल्वरानी बनाम विशेष सचिव मामले में सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि प्रत्येक नागरिक को संविधान के अनुच्छेद 25 के तहत अपनी पसंद के धर्म का पालन करने और उसे मानने का अधिकार है।
  • इससे पहले कोर्ट ने मोहम्मद सादिक बनाम दरबारा सिंह गुरु मामले में कहा था कि एक व्यक्ति अपना धर्म और आस्था बदल सकता है, लेकिन अपनी जाति नहीं बदल सकता, क्योंकि ....
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