भारत में कुटीर उद्योग

भारत में कुटीर उद्योग रोजगार और आजीविका का एक प्रमुख स्रोत हैं। ये उद्योग भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ भी हैं। घरेलू, ग्रामीण और पारंपरिक उद्योग कुटीर उद्योग या कुटीर विनिर्माण के अन्य नाम हैं।

  • कुटीर उद्योग एक ऐसा उद्योग है, जो लघु-स्तरीय और अनौपचारिक है। भारत में कुटीर उद्योगों के उदाहरणों में शामिल हैं: बुनाई, मिट्टी के बर्तन, चांदी के बर्तन एवं बांस के शिल्प इत्यादि।
  • भारत में, लघु-स्तरीय और कुटीर उद्योग देश के कुल औद्योगिक उत्पादन का लगभग 40% उत्पादित करते हैं।

भारतीय कुटीर उद्योग के प्रकार

भारत अन्य चीजों के अलावा अपनी विविध संस्कृति, पारंपरिक कुटीर उद्योगों के हस्तशिल्प और ....

क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |

पूर्व सदस्य? लॉग इन करें


वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |

संबंधित सामग्री

प्रारंभिक विशेष