पारंपरिक चिकित्सा

WHO पारंपरिक चिकित्सा को ‘ज्ञान, कौशल और प्रथाओं के एक ऐसे संयोग के रूप में वर्णित करता है, जिसका उपयोग विभिन्न संस्कृतियों में स्वास्थ्य को बनाए रखने तथा शारीरिक एवं मानसिक बीमारियों की रोकथाम, निदान और उपचार के लिए किया जाता रहा है।’

पारंपरिक चिकित्सा के घटक

  • पारंपरिक चिकित्सा प्रणाली के दायरे में एक्यूपंक्चर (Acupuncture), आयुर्वेदिक चिकित्सा (Ayurvedic Medicine) और हर्बल मिश्रण (Herbal Mixtures) जैसी प्राचीन प्रथाओं के साथ-साथ आधुनिक पद्धतियों को भी शामिल किया जाता है।
  • भारत में पारंपरिक चिकित्सा को सामान्य रूप से योग एवं आयुर्वेद (संपूर्ण भारत में), सिद्ध (मुख्य रूप से तिमलनाडु एवं केरल), सोवा-रिग्पा प्रणाली ....

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