भारत में सुभेद्य वर्ग: नीतिगत चुनौतियां एवं कल्याण के उपाय

सुभेद्य वर्ग का तात्पर्य समाज के ऐसे वर्गो या समुदाय से है, जिनकी संसाधनों तक पर्याप्त पहुंच नहीं है, अथवा इनके लिए आजीविका के अत्यन्त सीमित अवसर हैं। इन सबके कारण ऐसे वर्गों के मध्य सामाजिक, आर्थिक, शारीरिक असुरक्षा की चुनौतियां विद्यमान रहती हैं।

  • भारत में सुभेद्य वर्ग के अन्तर्गत अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अल्पसंख्यक वर्ग, महिला एवं बालिका, शिशु, निःशक्तजन, प्रवासी श्रमिक आदि शामिल किये जाते हैं।

संवेदनशील वर्गों के समक्ष नीतिगत चुनौतियां

  • भ्रष्टाचार तथा लालफीताशाहीः भ्रष्टाचार तथा लालफीताशाही के कारण नीतियां धरातल पर सही से लागू नहीं हो पातीं तथा नीतिगत स्तर पर पारदर्शिता का अभाव एवं नीतियों ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |

पूर्व सदस्य? लॉग इन करें


वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |

संबंधित सामग्री